Sunday, 3 June 2018

अधिक श्री बटुकभैरव सप्ताह

अधिकमास अपने अन्तिम चरण की तरफ अग्रसर है और आ रहा है अधिक बटुक भैरव सप्ताह जिसमें भगवान शिव के समस्त रूपों का तान्त्रिक राजसिक सात्विक तीनों विधाओं से जप, पूजन,  नीराजन ,  श्रृंगार, रुद्राभिषेक, खास कर रात्रि का हवन , का विशेष फल मिलता है । यह सप्ताह 6 जून 2018 बुद्धवार श्रीमासिक भैरवाष्टमी से 12 जून 2018 भौमवार श्रीमासशिवरात्रि तक रहेगा । इसमें श्रीबटुक नाथ की पूजा का विशेष फल प्राप्त कर सकते है । सातों दिन श्रीबटुक भैरव प्रतिमा या कृष्णवर्ण शिवलिङ्ग पर अभिषेक करें तो श्रीबटुक भैरवनाथ अत्यंत प्रसन्न होंगे । किस सामग्री से क्या फल प्राप्त होता है । गंगा जल से समर्पण ।। मीठा दूध से कुटुम्ब सुख ।। घी प्रेतबाधा के लिए ।। दही रोग के लिए ।। गन्ने का रस ऐश्वर्य के लिए ।। चन्दन सौंदर्य के लिए ।। फल रस से पुत्र या पुत्री की के भविष्य और रक्षा के लिए ।। सरसों का तेल मारण सिद्धि के लिए।। मदिरा से समस्त कष्टों से छुटकारा पा कर श्री बटुक भैरवजी का वास और क्षाया पाने के लिये ( मदिरा अभिषेक मात्र श्री बटुक भैरव प्रतिमा पर ही होगा शिवलिङ्ग पर नहीं ) । चमेली के तेल समस्त मानसिक उत्कंठाओं से छुटकारा पाने के लिए ।। इतना ध्यान रहे यह प्राप्ति तब ही सम्भव है जब सातों दिन अभिषेक हो और हवन हो एवं मूल मन्त्र और अष्टोत्तर पाठ का अधिकाधिक जप और पाठ हो, इसके बाद बिल्वपत्र से राज्याभिषेक हो । ध्यान रहे एक चीज मैं देखता हूँ लोग सोमवार को ही बेलपत्र तोड़ कर चढ़ा देते है । ये आपके संकट हटायेगा नही बढ़ा देगा बेलपत्र कभी भी सोमवार भैरवाष्टमी और शिवरात्रि को नही तोड़ना चाहिए । पहले ही तोड़ लेना चाहिए । दूसरा सब चारो तरफ बहुत रुद्राभिषेक कराते है बहुत अच्छा है पर एक बात ध्यान रखें यदि जो विद् अपने बुलाया है उसके मन्त्र शुद्ध नही है मात्र भेष से ब्राह्मण है तो ऐसा रुद्राभिषेक विद् और जातक दोनों के दुःख का सबसे बड़ा कारक है । और जो हमने बताया है ये तो तांत्रिक विधा है इसमें खुद करिये तो गलत होने पर भी क्षमा है मूल मंत्र से ही अभिषेक कर डालिये । पर यदि विद् बुला के करना है तो मन्त्र शुद्धि जरूरी है साथ ही साथ वह शिव या बटुक भैरव का सेवक हो इस विषय का जानकार हो तभी उससे करायें अन्यथा नही । इसी लिए मैं सर्वदा एक बात बोलता हूँ बटुक भैरवसाधना स्वयं करें ।। क्यों कि तन्त्र बनाता भी है और बर्बाद भी करता है । फिर अपने बाबा बाल रूप है तो बच्चे जल्दी नाराज होते है । इस लिए बिना मार्गदर्शन के कुछ नही करना चाहिए । इस बटुकसाधक की ओर से सभी को जय विश्वनाथ जय बटुकनाथ। किसी भी प्रकार की शंका है या प्रश्न है तो शिव और बटुकसाधकों के लिए सदैव उपलब्ध हूँ  कोई शुल्क नही ।।

2 comments:

  1. Pranaam guruji. Charansparsh.need to contact you. Pls share email id nd contact no.

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