Friday, 13 July 2018

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2018

14 जुलाई 2018 से आषाढ़ मास की गुप्तनवरात्रि लग रही जिसका तंत्र में सर्वोपरि स्थान है इस नवरात्रि में दश  महाविद्या और श्री बटुक भैरवनाथ जी के साधकों के लिए बहुत ही उत्तम दिन है । इसमें प्रत्येक प्रकार की तांत्रिक साधनायें सिद्धि तक पहुंचती है । इसे भगवती कामाख्या से भी जोड़ा जाता है। इस नवरात्रि में गुप्ततन्त्र जिसे योनि तन्त्र कहते है उस तन्त्र को सिद्ध करने का सर्वोपरि समय कहा जाता है । ये गुरु के द्वारा ही बताया जाता है इस लिए इसके विषय में लिख नही सकता । अपने इष्ट देव या देवी प्रतिपदा से अष्टमी हवन जप न्यास तर्पण करें ।  गुप्त नवरात्रि की रात्रि काल मे साधना करके 19 जुलाई 2018 को रात्रि व्यापिनी अष्टमी है उसमें हवन करें । जानकारी के लिए बता दें तन्त्र में बाम मार्गी तन्त्र को बहुत ही शक्तिशाली माना जाता है और बटुकनाथ की सम्पूर्ण साधना के लिए बाम मार्ग में प्रवेश करना ही पड़ता है और बिना गुरु के असम्भव है । ये आपके गुरु पे निर्भर करता है कि वह किस पथ पे ले जा रहा । और जैसा कि सात्विक विधान में है कि चारो नवरात्रि में उदया तिथि देखी जाती है पर हम अपने से जुड़े लोगों को बता दें तन्त्र साधक खास कर जो बटुकनाथ की साधना से जुड़े है वो नवरात्रि में भी रात्रि व्यापिनी अष्टमी में हवन करें । यदि आप श्री बटुक भैरवनाथ जी की साधना से जुड़े है तो आप निह संकोच कोई भी जानकारी ले सकते है । जय बटुक भैरवनाथ

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